Sunday, January 1, 2023

ଶ୍ରୀ ଅନିଲ କୁମାର ଲାହୋଟି

Posted On 01st January 2023 at 12:10 PM by PIB Bhubaneshwar

ରେଳ ବୋର୍ଡର ଅଧ୍ୟକ୍ଷ ତଥା ସିଇଓ ଭାବରେ ଦାୟିତ୍ୱ ଗ୍ରହଣ କରିଛନ୍ତି


ନୂଆଦିଲ୍ଲ:01 ଜାନୁଆରୀ 2023 (PIB//ଓଡିଶା ସ୍କ୍ରିନ୍)::

ଶ୍ରୀ ଅନିଲ କୁମାର ଲାହୋଟି ଆଜି ରେଳ ବୋର୍ଡ (ରେଳ ମନ୍ତ୍ରଣାଳୟ)ର ନୂତନ ଅଧ୍ୟକ୍ଷ ତଥା ମୁଖ୍ୟ କାର୍ଯ୍ୟନିର୍ବାହୀ ଅଧିକାରୀ (ସିଇଓ) ଭାବରେ ଦାୟିତ୍ୱ ଗ୍ରହଣ କରିଛନ୍ତି । କ୍ୟାବିନେଟ ନିଯୁକ୍ତି କମିଟି ଶ୍ରୀ ଅନିଲ କୁମାର ଲାହୋଟିଙ୍କର ରେଳ ବୋର୍ଡ ଅଧ୍ୟକ୍ଷ ତଥା ସିଇଓ ଭାବରେ ନିଯୁକ୍ତିକୁ ଅନୁମୋଦନ କରିଛି । ଏହା ପୂର୍ବରୁ ଶ୍ରୀ ଅନିଲ କୁମାର ଲାହୋଟି ରେଳ ବୋର୍ଡର ସଦସ୍ୟ (ଭିତ୍ତିଭୂମି) ଭାବରେ କାର୍ଯ୍ୟ କରି ସାରିଛନ୍ତି ।

ଶ୍ରୀ ଲାହୋଟି ଇଣ୍ଡିଆନ୍ ରେଲୱେ ସର୍ଭିସ୍ ଅଫ୍ ଇଞ୍ଜିନିୟର୍ସ, ୧୯୮୪ ବ୍ୟାଚ୍‌ର ଅଧିକାରୀ ଅଟନ୍ତି । ସେ ଭାରତ ସରକାରଙ୍କ ଦ୍ୱାରା ଅନୁମୋଦିତ ଭାରତୀୟ ରେଳ ପରିଚାଳନା ସେବାର ସ୍ତର -୧୭ର ପ୍ରଥମ ପ୍ୟାନେଲରେ ସ୍ଥାନିତ ହୋଇ ସାରିଛନ୍ତି । ସେ ମାଧବ ଇନଷ୍ଟିଚ୍ୟୁଟ୍ ଅଫ୍ ଟେକ୍ନୋଲୋଜି ଆଣ୍ଡ ସାଇନ୍ସ, ଗ୍ୱାଲିଅରରୁ ସିଭିଲ ଇଞ୍ଜିନିୟରିଂରେ ସ୍ୱର୍ଣ୍ଣ ପଦକ ଲାଭ କରିଛନ୍ତି ଏବଂ ରୁରକି ବିଶ୍ୱବିଦ୍ୟାଳୟ (ଆଇଆଇଟି, ରୁରକି) ରୁ ମାଷ୍ଟର ଅଫ୍ ଇଞ୍ଜିନିୟରିଂ (ଷ୍ଟ୍ରକଚର୍ସ) କରିଛନ୍ତି । ରେଳବାଇରେ ତାଙ୍କର ୩୬ ବର୍ଷରୁ ଅଧିକ ଅବଧିର ସେବା ସମୟରେ ସେ କେନ୍ଦ୍ରୀୟ ରେଳ, ଉତ୍ତର ରେଳ, ଉତ୍ତର କେନ୍ଦ୍ରୀୟ ରେଳ, ପଶ୍ଚିମ ଏବଂ ପଶ୍ଚିମ କେନ୍ଦ୍ରୀୟ

Saturday, October 11, 2014

वैज्ञानिक दृष्टि से भीष्ण लेकिन बहुत बड़ा चक्रवाती तूफान नहीं- डॉ. जितेन्द्र सिंह

11-अक्टूबर-2014 19:04 IST
आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तट पर भूस्‍खलन होने की आशंका
The Prime Minister, Shri Narendra Modi chairing a emergency high-level meeting to review the preparedness for Cyclone HudHud, in New Delhi on October 11, 2014. (PIB)
नई दिल्ली: 10 अक्टूबर: (पीआईबी/ब्यूरो रिपोर्ट):
यह तस्वीर देशबन्धु से साभार 
संभावित चक्रवाती तूफान 'हुदहुद' के चलते आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तट पर भूस्‍खलन होने की आशंका है। इसे ध्यान में रखते हुए सेना ने अपनी कुछ टीमों को निम्‍नलिखित जगहों पर तैनात किया है:- 
() आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम और श्री काकुलम में आठ बचाव टीमें और इंजीनियरों के चार कार्यदल 
() गोपालपुर में आठ बचाव टीमें (सड़कों का रास्‍ता साफ करने वाली टीम भी शामिल) 
प्रभावित इलाकों में बहु पक्षीय तयारी कर ली गयी है। इस मकसद के लिए मानवीय सहायता, आपदा राहत, लोगों को बाहर निकालने और चिकित्सकीय सहायता के लिए नौसेना के चार जहाज पूरी तरह से तैयार हैं। इन जहाजों में अतिरिक्त गोताखोर, चिकित्सक, फैलने वाली रबर की नौकाएं, हेलीकॉप्टर और राहत सामग्री जैसे भोजन, टेंट, कपड़े, दवाएं और जैकेट मौजूद हैं। कुल मिलाकर हर ज़रूरत की सामग्री इन राहत दलों के पास है। 
अतिरिक्‍त संसाधनों को आपातकालीन उपयोग के लिए अलग से रखा गया है और जैसे भी हालात पैदा होंगे, उसी के अनुसार कदम उठाए जाएंगे। हालात पर लगातार करीबी नजर रखी जा रही है। 
यह वैज्ञानिक दृष्टि से भीष्ण लेकिन कोई बहुत बड़ा चक्रवाती तूफान नहीं-डॉ. जितेन्द्र सिंह 
श्री सिंह ने चक्रवाती तूफान में किसी भी स्थिति से निपटने के लिए केन्द्रीय बलों की तैयारियों की समीक्षा की
विज्ञान और प्रौद्योगिकी और पृथ्वी विज्ञान के स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री, प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन, अंतरिक्ष और परमाणु ऊर्जा विभाग के राज्य मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने देश के पूर्वी तट पर हुदहुद चक्रवाती तूफान को वैज्ञानिक शब्दावली के हिसाब से अत्यंत भीष्ण बताया लेकिन यह भी कहा कि यह निश्चित तौर पर बहुत बड़ा चक्रवाती तूफान नहीं है। उन्होंने बताया कि पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय से संबद्ध भारतीय मौसम विभाग पल-पल निगरानी रखे हुए है और उसने लोगों से अकारण बहुत ज्यादा दहशत में नहीं आने की अपील की है क्योंकि संबंधित विभाग किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक समेत सभी अधिकारी प्रभावित राज्यों आंध्र प्रदेश और ओडिशा के मुख्यमंत्री समेत प्रशासन से लगातार सीधे संपर्क बनाये हुए हैं। 

डॉ. सिंह ने बताया कि उनके विभाग ने लगभग पांच छः दिन पहले चक्रवाती तूफान आने का अनुमान व्यक्त किया था। इससे प्रशासन को संभावित प्रभावित इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का पर्याप्त समय मिल गया। इसके अलावा राष्ट्रीय आपदा कार्रवाई बल को भी अपनी 20 टीमें तैनात करने का पर्याप्त समय मिला। इन टीमों में आवश्यता पड़ने पर राहत और बचाव कार्य के लिए 20-20 अधिकारी शामिल हैं। 

प्रभावित होने वाले जिलों के बारे में पूछे जाने पर डॉ. सिंह ने आंध्र प्रदेश में श्रीकाकुलम, विजयनगरम, विशाखापत्तनम, पूर्वी गोदावरी और ओडिशा में गंजम और गजपतिनगरम जिलों का उल्लेख किया। उन्होंने यह भी कहा कि ओडिशा के कोरापुट, मलकाजगिरी, रायगढ़ और कालाहांडी जिले भी प्रभावित हो सकते हैं। 

डॉ. सिंह ने कहा कि हुदहुद में तेजी आने की उम्मीद है और कल दोपहर बाद 185 किलोमीटर प्रतिघंटा हो सकती है। इस सूचना को संबंधित राज्यों को फौरन बता दिया गया। जिसके बाद अकेले विशाखापत्तनम जिले से 24,000 लोगों को सुरक्षित जगह पर ले जाया गया। 

डॉ. सिंह ने कहा कि उन्हें ओडिशा और आंध्र प्रदेश की राज्य सरकारों ने यह सूचित किया है कि सेना व नौ सेना को आवश्यकता पड़ने पर तैयार रखा गया है । इसके अलावा गौताखोरों के दलों को अतिरिक्त राहत सामग्री के साथ कम समय में कार्रवाई करने के लिए मुस्तैद रहने को कहा गया है। उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि सभी संबंधित विभागों की इस तरह की तैयारियों से चक्रवाती तूफान का प्रभाव सीमित किया जा सकेगा और यह कोशिश की जाएगी कि कम से कम नुकसान हो। उन्होंने यह आगाह किया कि उत्तर प्रदेश बिहार और झारखंड जैसे पड़ोसी राज्यों में भी तूफान के बाद भारी बर्षा हो सकती है। 
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Friday, September 7, 2012

Protest: Cong calls Odisha bandh on Monday

A state-wide bandh on September 10 against police action 
                                                                                                                                                                      Courtesy Photo
Bhubaneswar, Sep 7: Alleging police excesses on demonstrating party workers when they tried to gherao Odisha Assembly here, Congress on Sep 6 called a state-wide bandh on September 10 in protest and demanded a probe by Lokpal or a High Court Judge into the incident. Congress party has decided to come on roads against the police action.
Condemning police action on 'peaceful demonstrators' as 'barbaric', Odisha Pradesh Congress Committee president Niranjan Patnaik claimed that over 400 party workers including women were injured in lathicharge and force used by cops.Patnaik and Narsingh Mishra, media cell chairman of the state Congress, told reporters here.
"Police action was unwarranted at a time when senior leaders were addressing the workers who were protesting against the corrupt and inefficient BJD government in a democratic manner,"
The Congress leaders sought to know as to who directed use of teargas, water canon and batons against protesters who had not even tried to enter the area where prohibitory orders under Sec 144 are in force.
Congress party describing use of force by police as a move to suppress popular voice and democratic methods of protest, the PCC chief announced an "Odisha bandh" on Monday.
The Congress leaders also demanded an independent investigation either by Lokpal or a sitting judge of the High Court into alleged police excesses against partymen.
Senior Congress leader Soumya Ranjan, who was injured in the incident, claimed that police used force as they were not prepared well to handle the surging crowd when thousands of Congress workers from across the state gathered.